हेलो दोस्तो मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया और आपका स्वागत है मेरे ब्लॉग पर दोस्तो मैं आपके लिए नई कहानियां और नए विचार और ज्ञान के कुछ टॉपिक पर डिस्कस करता हु। आज मैं आपके लिए लेकर आया हु तीन short bedtime stories in hindi for read online
डर short bedtime stories in hindi for read online
रात का समय था मैं सिनेमा देख कर वापिस घर आ रहा था।
घर के रास्ते मे एक जंगल पड़ता है वैसे सड़क के रस्ते भी आ सकते है।
लेकिन जंगल का रास्ता छोटा है इसलिए मैं जंगल के रास्ते से ही निकल पड़ा अपने घर के लिए ।
डर तो लग रहा था लेकिन हनुमान जी का नाम लेकर चलते जा रहा था।त
भी वहाँ पर अजीब अजीब सी आवाजे शुरू हो गयी।
वैसे तो मैं डरा तो हुआ ही था वो आवाजे मुझको और डरा रही थी।
वो आवाजे सुनाई न दे इसलिए हनुमान चालीसा को गाना शुरू कर दिया।
लेकिन डर बढ़ता ही जा रहा था।लेकिन मेरे कदम भी तेजी से मेरे घर की तरफ बढ़ते रहे।
तभी रास्ते मे एक सफेद चोगा पहने हुए एक औरत ने आवाज लगाई।मैं सोच नही पा रहा था कि रुकू या नही ।
कही ये कोई चुड़ैल निकली तो दूसरे ही पल सोचा कि अगर इसको कोई जरूरत हुई तो।
मन मे काफी सवाल थे।उनका जवाब तो वहाँ रुकने पर ही मिल सकता था।
इसलिए मैं रुका तो देखा कि वो तो हमारे पड़ोस में रहने वाली दुर्गा मौसी थी।
उनको देखते ही डर जैसे भाग से गया।एक से भले दो सोचकर उनके साथ अपने घर के लिए निकल पड़ा।
वास्तव में डर से इंसान का दिमाग काम करना कम कर देता है।
तभी तो डर की वजह से दुर्गा मौसी को चुड़ैल समझ रहा था।
प्यार short story true love
प्यार क्या है ये मन की एक ऐसी जिससे हम एक दूसरे से जुड़े रहते है।
प्यार का मतलब ये नही की एक लड़का और एक लड़की एक दूसरे के प्रति आकर्षित हुए और उसको प्यार का नाम दे दिया।
प्यार किसी से भी हो सकता है।
सबसे पहला प्यार जब कोई बच्चा जन्म लेता है।
तो उसकी माँ और उसके बीच के रिश्ते को प्यार कहते है।
उसको आकर्षण नही कहते वो सच्चा प्रेम है।प्यार किसी से भी हो सकता है।
जैसे एक पिता-पुत्र ,पति-पत्नी,भाई-बहन,दो दोस्त और भी बहुत से ऐसे रिश्ते है
जिनमे सच्चा प्यार होता है।ये जरूरी नही की प्यार केवल इंसानों में ही हो प्यार की भाषा को जानवर भी अच्छी तरह से समझते है।
उनको प्यार निभाना भी आता है।मैं आपको एक ऐसी ही छोटी सी कहानी बताने जा रहा हु।
ये एक सच्ची कहानी है मैने एक बार यूट्यूब पर देखा था।वही आपको बताता हूं।
मुझे उनका नाम सही से याद नही इसलिए मैं उनके काल्पनिक नाम लिख रहा हु।
एक बार एक रामप्रसाद नाम का आदमी था।वो एक नोकरी पेशा आदमी था।
उसके परिवार में कोई नही था उसकी पत्नी की मृत्यु हो गयी थी और बच्चे अपनी अपनी लाइफ में बिजी थे।
एक बार उसके जन्मदिन पर उसके एक दोस्त ने एक कुत्ते का बच्चा उसको गिफ्ट में दिया।
उसने अपने कुत्ते का नाम जिम्मी रखा।
वो उसका बहुत ध्यान रखने लगा।
दोनो एक दूसरे से एक खास रिश्ते से जुड़ गए।
जिसको प्यार कहते है वो दोनो एक दूसरे से बहुत प्यार करने लग गए।
जब रामप्रसाद दिन में जॉब पर जाता था तो जिम्मी बहुत उदास रहता था और रामप्रसाद की ऑफ़िस से आने के बाद वो अपनी खुशी को जाहिर करता था।
रामप्रसाद जब भी ऑफिस के लिए निकलता तो जिम्मी भी उसके साथ ही जाता था और उसको स्टेशन तक छोड़कर आता था ।
जब तक रामप्रसाद वापिस नही आता था तब तक वो स्टेशन के बाहर ही बैठा रहता था।
और उनके साथ ही घर वापिस जाता था।रोज स्टेशन जाने की वजह से वहाँ के कई लोग उनको जानने लगे।
एक दिन जब शाम को रामप्रसाद स्टेशन से बाहर नही निकला तो जिम्मी परेशान सा हो गया और अलग सी आवाज में बोलने लगा ।
मानो वो रामप्रसाद को बुला रहा हो।
लेकिन रामप्रसाद नही आया अब वो स्टेशन के अंदर गया और वहां पर रामप्रसाद को ढूंढने लगा।लेकिन रामप्रसाद नही मिला।
निराश होकर व्व अपने घर चला गया।फिर वो रोज सुबह आकर उसी स्टेशन के बाहर बैठ जाता और रात को जब वो नही आता तो जिम्मी वापिस चला जाता उसने खाना पीना भी कम कर दिया था।
जो उसको जानते थे वो उसको खाना खिलाते तो थे पर जिम्मी बहुत ही कम खाता था।
जिससे वो कमजोर हो गया।लवकिं वो फिर भी रोज उसी स्टेशन के सामने बैठकर रामप्रसाद का इंतजार करता था।
उसके निःस्वार्थ प्रेम को वहाँ के लोग देखकर हैरान थे।
की कोई जानवर भी एक इंसान से इतना प्रेम कर सकता है।
भूतिया किताब short horror stories in hindi
Seo क्या है ?
ब्लॉग क्या है?और ब्लॉग के क्या फायदे है?
जितना कोई इंसान नही कर सकता जब तक जिम्मी जिया तब तक वो उसी स्टेशन के सामने रामप्रसाद का इंतजार करता रहा और वही स्टेशन के सामने अपने प्राण त्याग कर प्रेम की एक मसाल कायम की।
रामप्रसाद और जिम्मी के प्यार की निशानी के तौर पर वहाँ के लोगो ने एक बाग में उन दोनों की एक मूर्ति का निर्माण किया और उनकी कहानी को वहाँ पर लिखा ताकि जो भी वहां आये वो उनकी ये अनोखी प्रेमकहानी भी पढ़े ।
रूम no.45 bedtime story in hindi for read online
मैं और सुरेश कॉलेज की एक ही क्लास में थे साथ ही भी रूममेट थे।
हमारे हॉस्टल का वॉर्डन बहुत ही अच्छा था।
हम खाली समय मे उसके साथ ही रहते थे।हॉस्टल में रूम नम्बर 45 का दरवाजा हमेशा ही बंद रहता था।
हम उस वॉर्डन से पूछते तो भी वो कुछ भी नही बताता था।
बस बोलता उस रूम से दूर रहना।
मन मे एक जिज्ञासा सी रहती उस रम के बारे मे जानने की लेकिन उस रूम के पास जाना ही मना था।
सुरेश बहुत ही शैतानी दिमाग का था और कुछ न कुछ पंगे करता ही रहता था।
एक बार उसने कहा चल यार देखते है कि उस रूम no.45 में क्या है।मैने मना कर दिया ।
लेकिन वो नही माना और रात को जब सभी सो गए तब वो उस कमरे में जाने लगा।
अगले दिन जब मैं उठा तो सुरेश मेरे कमरे में नही था।मैं उसको होस्टल में ढूंढने लगा।
तो वो उसी रुम no. 45 के सामने सोया था।जब मैंने उसको उठाया तब वो पागलो की तरह व्यवहार करने लगा।
और इधर उधर भागने लगा वो बार बार बोल रहा था वो आ गयी वो आ गई।
तब हमारे वॉर्डन ने मेरे पास आकर कहा कि लगता है ये भी उस रूम no.45 में गया होगा।
आपको कैसे पता चला कि वों रुम no.45 में गया था।
क्योकि जो भी उस रूम में जाता है उसका यही हाल होता है।जो आज सुरेश का हुआ है ।
इसलिए ही मैने तुमको उस रूम में जाने के लिए मना किया था।उसके बाद उस दरवाजे के आगे एक दीवार बना दी।
दोस्तो आपको ये short bedtime stories in hindi कैसी लगी कॉमेंट करे अगर short bedtime stories in hindi अच्छी लगे तो शेयर भी करे
धन्यवाद