हेलो दोस्तो आपका फिर से स्वागत है मेरे ब्लॉग पर और मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी राजकुमार ढालिया।दोस्तो मैं मैं अपने ब्लॉग पर अलग अलग टॉपिक पर जानकारी या फिर आपको अलग अलग टॉपिक पर स्टोरी प्रदान करता हु।अब मैं पिछले कई दिनों से how to make money in blogger पर हिंदी में जानकारी प्रदान कर रहा हु।मेरे पिछले पोस्ट में मैने आपको बताया है कि ब्लॉग क्या है?ब्लॉग कैसे बनाते है?अपना पहला ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखे?एडसेंस क्या है?और एडसेंस पर अपना अकाउंट कैसे बनाये?और आज मैं आपको बताऊंगा की seo क्या है ?
Table of Contents
Seo क्या है?और Blogger पर Seo कैसे करे?
मैं seo के बारे में बहुत सी जानकारी देने का प्रयास करूंगा।अगर आपको seo से रिलेटेड कोई सवाल हो तो आप कॉमेंट्स में मुझसे पूछ सकते है।तो चलिए शुरू करते है।आज का हमारा टॉपिक seo क्या है? और ब्लॉगर पर seo कैसे करे?

Seo क्या है? और ब्लॉगर में seo कैसे करते है? In hindi.
दोस्तो जब भी हम ब्लॉग बनाते है तब हमको उस ब्लॉग पर बहुत काम करना पड़ता है।Seo भी उसमे से एक है।दोस्तो हमारे ब्लॉग को गूगल में रैंक करने के लिए seo करने की जरूरत होती है।अगर हम अपने seo नही करते तो हम हमारी साइट पर कितना भी मेहनत कर ले आपकी साइट गूगल पर रैंक नही करेगी।दोस्तो अपने ब्लॉग पर seo करना जितना मुश्किल होता है उतना ही आसान होता है।
क्योकि जो ब्लॉग पर seo करना सीख जाता है तो उसके लिए एकदम आसान है।
लेकिन जो seo को गम्भीरता से नही समझते और इसको मुश्किल समझ कर इसकी बारीकी की नही समझते तो उसके लिए ये बहुत ही मुश्किल हो सकता है।
Seo की full form क्या है?
दोस्तो seo की full form search engine optimization है। जिसका मतलब है कि अगर हमको गूगल के सर्च इंजन में अपने ब्लॉग को रैंक करना है ।तो हमको कुछ ऐसे तथ्यों पर ध्यान देना होगा।अपने ब्लॉग और उसके पोस्ट को गूगल के अल्गोरिथम के हिसाब से इस प्रकार ऑप्टीमाइज करना होगा कि हमारा ब्लॉग या उसकी कोई भी पोस्ट गूगल में रैंक कर जाए ।
Seo के प्रकार Types of Seo for blogger in hindi.

दोस्तो Seo 3 प्रकार का होता है।
उनमे से Technical Seo सबसे पहले होता है।On page Seo दूसरा होता है ।
Off page Seo तीसरा होता है।सबसे पहले मैं आपको बताऊंगा Technical Seo के बारे में बताऊंगा तो चलिए शुरू करते है।
Technical Seo क्या है? Technical Seo कैसे करते है?in hindi
दोस्तो जहाँ तक मैं सोचता हूं आपने अगर seo के बारे में सुना है तो आपको उसके बारे ये ही सुना होगा कि seo के दो प्रकार होते है।पहला on page seo और off page seo अपने technical seo के बारे में नही सुना होगा।क्या technical seo से blog गूगल में रैंक कर जाएगा।फ्रेंड्स technical seo से आपके ब्लॉग रैंकिंग में तो कोई फर्क नही पड़ेगा।लेकिन इसमें कुछ ऐसे पॉइंट है जिनको फॉलो करने से आपकी वेबसाइट या ब्लॉग गुगल में रैंक करने के लिए एलिजेबल हो जाता है।तो चलिए जानते है उन पॉइन्ट के बारे में ।
- SSL Certificate
- Mobile friendly theme (Responsive theme)
- Webmaster tool (Search Console)
- Google analytics
- Website speed
- Xml sitemap
- About us, contact us, privacy policy page
- Simple design of website
SSL Certificate क्यो जरूरी है?
सबसे पहला पॉइंट है कि हमारी वेबसाइट या ब्लॉग की हमने जो होस्टिंग ली है भले ही वो ब्लॉगर से हो या फिर कही और से आपको उसमे SSL सर्टिफिकेट लेना जरूरी है।
अगर अपने SSL सर्टिफिकेट नही लिया है तो आपको उसको खरीदना होगा।अगर आप ब्लॉगर पर अपना ब्लॉग बना रहे है तो आपको SSL सर्टिफिकेट फ्री में ही मिल जाएगा।दोस्तो जब भी आप SSL सर्टिफिकेट नही लेते तो आपके ब्लॉग के url में सबसे पहले http लिखा आता है। और जब आप अपने ब्लॉग में SSL सर्टिफिकेट इंस्टॉल कर लेते है ।तो आपके ब्लॉग के url में सबसे पहले https लिखा आता है।या एक ताले का सिम्बल आता है।
Mobile friendly theme (Responsive theme)
अब इसके बाद आपको ये देखना है कि आपके ब्लॉग की थीम मोबाइल फ्रेंडली है या नही।अगर आपकी ब्लॉग की थीम मोबाइल फ्रेंडली नही है या रेस्पॉन्सिव नही है ।तो आपको गूगल में रैंक करने में बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।दोस्तो आजकल ज्यादातर लोग अपना सभी ऑनलाईन काम अपने मोबाईल से ही करते है।
इसलिए जब भी अपने ब्लॉग के लिए कोई थीम चुने तो वो रेस्पॉन्सिव होनी चाहिये।
Webmaster tool (Search Console)
दोस्तो आपको टेक्निकल seo में एक बात का ध्यान और रखना है ।आपको अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को google search console में सबमिट करना होगा। दोस्तो ये एक फ्री टूल है जिससे आपकी वेबसाइट को रैंक करने में मदद तो मिलती ही है। साथ मे आप अपनी वेबसाइट की परफॉर्मेंस भी देख सकते हो ।इसके और बहुत फायदे और यूजेस है जो मैं आपको बाद आगे की पोस्ट में एक्सप्लेन करूँगा।
XML Sitemap जनरेट करके सर्च कंसोल में सबमिट
दोस्तो आपको अपने ब्लॉग के लिए XML sitemap जनरेट करके गूगल search console में सबमिट करनी होगी।
Google analytics का उपयोग
दोस्तो Google analytics भी गूगल की तरफ से एक फ्री टूल है जिसमे हम देख सकते है कि हमारी वेबसाइट के यूज़र्स कितने है कितने यूजर्स return आये है। हमारी वेबसाइट का bounse rate क्या है और भी बहुत कुछ है।आपको इसका यूज़ जरूर करना है
Website speed को बढ़ाये
अब बात आती हमारी वेबसाइट की स्पीड की तो दोस्तो आपकी वेबसाइट या ब्लॉग की स्पीड भी आपके ब्लॉग की रैंकिंग को प्रभावित कर सकती है।
दोस्तो जब भी कोई यूजर किसी वेबसाइट को खोलता है ।
तो वो उस पर ज्यादा देर तक नही रुकता और अगर आपकी वेबसाइट ने खुलने में ही ज्यादा वक्त ले लिया।
तो कोई भी यूजर आपकी वेबसाइट पर रुकेगा ही नही और बैक का बटन दबाकर दूसरी वेबसाइट में चला जाता है।
इससे गूगल आपकी वेबसाइट को नीचे करता जाता है।
Create about us, contact us,and privacy policy page
दोस्तो इसके बारे में तो मैं आपको पहले बहुत बार बता चुका हूं कि आपको अपने ब्लॉग के लिए ये तीन पेज बनाने बहुत जरूरी है।
इनके बिना आपका ब्लॉग एलिजेबल नही होगा।
Simple design of website
दोस्तो आपकी वेब साइट का डिज़ाइन जितना सिंपल होगा उतना ही आपके वेबसाइट की स्पीड बढ़ती है।
जितनी स्पीड बढ़ती है उतनी ही आपके ब्लॉग को रैंक करने में आसानी होती है।
इसलिए जितना हो सके उतना अपनी साइट को सिंपल ही रखे ।
On page Seo क्या है?और On page Seo कैसे करते है ?in hindi.
अब दोस्तो जानते है कि On page Seo क्या है?
दोस्तो on page seo एक ऐसी ट्रिक है जिसका इस्तेमाल करके आप अपने ब्लॉग को गूगल के पहले पेज पर रैंक करवा सकते है।
बस आपको एकदम ध्यान से इसके सभी तथ्यों को समझने की जरूरत है।
फिर आपको अच्छे से उसका प्रयोग करना है।तो दोस्तो शुरू करते है।
Keywords research कहाँ करे?
दोस्तो आपको कंटेंट लिखना शुरू करने से पहले एक काम करना होगा।
आपको अपने कंटेंट के लिए सही कीवर्ड्स ढूंढने होंगे।
अब आप ये कहाँ से ढूंढेंगे तो मैं आपको बता दूं कि अगर आपको कीवर्ड रिसर्च करनी है ।
तो उसके लिए आपको ऑनलाइन बहुत से पेड टूल मिल जाएंगे।
अगर आपके पास पैसे है तो आप semrush या फिर harefs टूल का इस्तेमाल कर सकते हो।
लेकिन ये दो टूल सबसे बेस्ट है।वहाँ पर आप अपने ब्लॉग से रिलेटेड कीवर्ड आइडियास ले सकते है।
दोस्तो जब भी आप नया ब्लॉग शुरू करते है तो आपको हमेशा longtail keywords का ही यूज़ करना चाहिए।
क्योंकि longtail keywords में कॉम्पिटिशन कम रहता है और आपका ब्लॉग या वेबसाइट गूगल में जल्दी रैंक कर जाती है।
Free keyword research कैसे करे?
अब आप सोचेंगे कि हमारे पास तो पैसे नही है हम फ्री में कीवर्ड आईडिया कहाँ से लाये तो उसके लिए भी एक ट्रिक है ।
जिससे आपको अपने अपने कंटेंट के टॉपिक से रिलेटेड कीवर्ड आईडिया मिल जाएंगे।
तो आपको क्या करना है आपको सबसे पहले गूगल सर्च में जाना है और वहाँ पर अपने कॉन्टेंट से रिलेटेड टॉपिक या एक कीवर्ड डालना है।
तो जब आप कोई भी कीवर्ड डालते है तो उससे रिलेटेड आईडिया आपको दिख जाते है।
जैसे नीचे इमेज में देख रहे है। उस तरह सर्च बॉक्स के नीचे कीवर्ड्स ideas मिल जाएंगे ।

उनको आप अपने कंटेंट के लिए यूज़ कर सकते हो ।
उसके बाद आपको search रिजेल्ट में भी नीचे कई और कीवर्ड आइडिया मिल जाएंगे।
जैसा आप नीचे इमेज में देख रहे है

उनमे से आप अपने कंटेंट से रिलेटेड 3-4 कीवर्ड चुन लीजियेअब आपको कीवर्ड आइडिया मिल गए अब बात आती है कीवर्ड को अपने कंटेंट में यूज करने की ।
Keyword placement कैसे करते है?
दोस्तो आप जब अपने एक main keyword चुन लिया और 3-4 secondry keywords भी चुन लिए अब आपको अपने कॉन्टेंट में इन कीवर्ड्स को कैसे प्लेसमेंट करना है ?
Title में कीवर्ड प्लेसमेंट करें
अब इसके बारे में बताता हूं।
दोस्तो सबसे पहले आपको अपने कॉन्टेंट के लिये एक title लिखनी है।
उस title में आपका main कीवर्ड होना चाहिएआप अपने title की शुरुआत में ही आपका main कीवर्ड लिखें।
First और last पेराग्राफ में कीवर्ड प्लेसमेंट करें
दूसरा आपको अपने पहले पैराग्राफ में अपना में कीवर्ड लिखना है।
आप अपने main कीवर्ड को लॉंगटैल लिखे जैसे आपका कीवर्ड है seo कैसे करते है?
तो आप इसको इस तरह लिख सकते है। blogger में seo कैसे करते है ?in hindi for beginners.
इस प्रकार से आप अपने पहले और आखरी पेराग्राफ में अपने main कीवर्ड को place कर सकते है।
Url में कीवर्ड प्लेसमेंट करें
अब आपको अपने ब्लॉग के url में भी अपना main कीवर्ड लिखना है।
आपको अपना url short और क्लीन रखना है।यानी उसमे ज्यादा वर्ड नही होने चाहिए।
बस अपना main कीवर्ड ही लिखना है।जितना ज्यादा आपका url छोटा और साफ सुथरा होगा उतना ही आपका ब्लॉग जल्दी रैंक करेगा।
Description में कीवर्ड प्लेसमेंट करें
अब url के बाद आपको अपने कंटेंट के लिए डिस्क्रिप्शन लिखना है।
इससे लोगो को पता चलता है कि आपका ये पोस्ट किस चीज से रिलेटेड है।
आपको अपने डिस्क्रिप्शन में भी अपने main कीवर्ड को प्लेस करना है।
लेकिन अपने पोस्ट के डिस्क्रिप्शन में कीवर्ड स्टफिंग नही करनी है
Keyword stuffing और keyword density क्या है?
जब आप अपने एक ही कीवर्ड को अपने कंटेंट में बार बार प्रयोग करते है।
दोस्तो सर्च इंजन की नजर में कीवर्ड stuffing को spam माना जाता है।
इसलिए आप भूलकर भी कीवर्ड stuffing न करें।
एक बार के लिए तो आपकी वेबसाइट गूगल में बड़ी तेजी से रैंक करेगा।
लेकिन बाद में गूगल आपकी साइट की रैंकिंग घटा देता है।
अगर आप अपने पोस्ट में keyword stuffing करते है तो इसको ब्लैक हैट seo कहते है।
Seo के हिसाब से आप अपने आर्टिकल में 2-3 प्रतिशत तक main कीवर्ड यूज़ कर सकते हो।
यानी अगर आपका आर्टिकल 1000 वर्ड का है तो आपको अपने keyword को 2-3 प्रतिशत के हिसाब 20 से 30 बार यूज़ कर सकते है।
अगर आपको कीवर्ड stuffing और keyword density के बारे में ज्यादा जानना है तो आप मुझे कॉमेंट कर सकते है।
तो मैं आपको उस टॉपिक पर डिटेल में एक पोस्ट में बता दूंगा।
Primary keyword in Image ALT Tag
दोस्तो आपको अपने पोस्ट के लिए इमेज का यूज जरूर करना है।
और इमेज में caption और alt टैग भी जरूर देना है।।
और अपने प्राइमरी कीवर्ड को अपने इमेज के alt tag में जरूर यूज़ करना है।
Heading में कीवर्ड का प्रयोग
दोस्तो आपको अपने टाइटल को h1 का प्रयोग करना है और अपने heading के लिए h2 से लेकर h6 टैग तक यूज कर सकते है।
और आपको उनमे भी अपने कीवर्ड को add करना है।
जो भी आपको इम्पोर्टेन्ट शब्द लगे उन शब्दों या लाइन्स को हाईलाइट करे जैसे उन शब्दों या लाइन्स में आप कलर्स का उपयोग कर सकते है
Use Internal and external link
आगे आपको अपने पोस्ट में internal यानी आपके ब्लॉग में जो भी दूसरी पोस्ट है ।
उनका लिंक आपको अपने पोस्ट में यूज़ करना है।
और external link यानी जो लिंक दूसरी वेबसाइट के हो उनको भी अपने पोस्ट में यूज करने है।
Social share बटन का यूज
लास्ट में आपको सोशल शेयर बटन भी लगाने है।
अगर आपका पोस्ट किसी को पसंद आये तो वो सोशल मीडिया के जरिये आपका पोस्ट शेयर कर सके।
इससे आपके व्यूज़ भी बढ़ेंगे और आपकी साइट की वैल्यू भी बढ़ती है।
दोस्तो मैने अब तक आपकके बारे में बताया है। अब मैं आपको ऑफ पेज seo के बारे में बताऊंगा।
Off page क्या है?और कैसे करते है?in hindi.
दोस्तो on पेज seo में हम अपने ब्लॉग पर seo करते है या कुछ सेटिंग्स करते है।
लेकिन ऑफ पेज seo में हमको अपने वेबसाइट या ब्लॉग को बाहर से seo करना होता है।
जिससे हमारी वेबसाइट की अथॉरिटी बढ़ जाये।
उसके लिए हमको दूसरी साइट्स से बैकलिंक लेनी पड़ती है।
हमको ऐसी साइट से ही बैकलिंक लेने चाहिए जिनकी अथॉरिटी अच्छी हो।
यानी हमको ज्यादा बैकलिंक तो लेने ही है साथ मे वो बैकलिंक क्वालिटी बैकलिंक होने चाहिए।बैकलिंक दो प्रकारके होते है।
बैकलिंक के प्रकार
पहला होता है dofollow बैकलिंक दूसरा होता है नोफ़ॉलो बैकलिंक ।
दोस्तो डुफ़ॉलो बैकलिंक हाई अथॉरिटी वेबसाइट से लिये गए बैकलिंक होते है।
नोफ़ॉलो बैकलिंक low अथॉरिटी वेबसाइट से लिये गए backlink होते है।
हमे अपनी वेबसाइट के लिए ज्यादा हाई क्वालिटी backlink लेने चाहिए।
बैकलिंक लेने के कई तरीके है।
Blog comenting
सबसे आसान तरीका है दूसरे की वेबसाइट में कॉमेंट करके।
जिसमे आप किसी दुसरे की वेबसाइट में कॉमेंट कर अपनी वेबसाइट का लिंक उसमे शेयर करके आप बैकलिंक ले सकते है।
ये सबसे आसान तरीका है।
Guest posting
दूसरा आप किसी और कि वेबसाइट में गेस्ट पोस्टिंग करके अपने लिए क्वालिटी बैकलिंक ले सकते है।
इसमें आपको किसी दूसरे की वेबसाइट में एक पोस्ट लिखनी होती है।
और उस पोस्ट में अपनी वेबसाइट का लिंक डालकर अपने लिए बैकलिंक ले सकते है।
सोशल bookmarking
अब आगे आप अपनी वेबसाइट को सोशल मीडिया में शेयर करके अपनी वेबसाइट के लिए linkbuilding कर सकते है।
Forum posting
इसके बाद आप किसी forum में सवाल जवाब के जरिये अपनी वेबसाइट या ब्लॉग का लिंकबिल्डिंग कर सकते है।
डाइरेक्टरी सबमिशन
आप अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को ऑनलाइन डिरेक्टरीस में अपनी वेबसाइट को लिंक कर सकते है।
दोस्तो आपको मेरा Seo क्या है? और seo कैसे करते है?
ये पोस्ट कैसे लगा कॉमेंट करे अगर अच्छी लगे तो शेयर करे।